रामेश्वरम का तीर्थ स्नान
रामेश्वरम जाने वाली यात्री कदाचित यहाँ पर स्थित पवित्र स्नान कुंडो के बारे में नहीं जानते। यह स्थान सिर्फ
आत्मिक वृद्धि ही नहीं बल्कि एक अनुपम अनुभव भी है। रामेश्वरम सब तरफ से समुद्र से घिरा हुआ और शहर के अंदर इतने सारे ताजा पानी के कुंड और कुओं को देखना आश्चर्य की बात है।दुर्भाग्यवश काफी कुंड लालच तथा अतिक्रमण की वजह से लुप्त हो रहे है। सामान्य आध्यात्मिक प्रक्रिया लक्ष्मण तीर्थ में स्नान के साथ शुरू होता है। यह मंदिर से २-३ किलोमीटर के आसपास स्थित है। भगवान राम की यह इच्छा थी की कोई भी भक्त उनके भाई के तीर्थ कुंड में पहले डुबकी ले। इसी कुंड के पास राम तीर्थ कुंड है।इसके बाद अंगी तीर्थ नाम के कुंड में स्नान किया जाता है। इस स्नान के उपरांत ही हम मंदिर में प्रवेश कर सकते है। इस मंदिर में २२ कुएँ है। इन कुओं इस पानी भरने या इस्तेमाल करने के लिए टिकिट की आवश्यकता होती है। इन कुओं की पूर्ण सूची मंदिर के संकेतस्थल (वेबसाईट ) पर है –
Arulmigu Ramanatha Swami Temple, Rameswaram
यह कहना उचित होगा की मंदिर का सबसे कम जाना कुंड है – कोटि तीर्थ। यह एक छोटा सा कुण्ड है जहा झरने का पानी शिवलिंग के पास से बहकर आता है। इसीलिए इस पानी को गंगाजल जैसा आदर मिलता है। स्नान के पश्च्यात वस्त्र बदलने का स्थान भी मंदिर में उपलब्ध है। पवित्र स्नानो के उपरांत , भक्त भगवन रामनाथस्वामी (शिव) और देवी पर्वतवर्तिनी (पार्वती ) के मंदिर में प्रवेश कर दर्शन ले सकते है । मंदिर से बहार आते ही सिन्दूर में रंगीत श्री हनुमान की मूर्ति भी है। हनुमान जी के पैर धरती में गड़े है, इसलिए पैर दिखाई नहीं देते पर बेहटा हुआ जल दिखाई देता है। मंदिर के बहार अनेको कुण्ड है और प्रत्येत कुण्ड की अपनी अपनी गाथा है। ये आशा है की भक्तगण और पर्यटक पूरी तैयारी और समय के साथ इन स्नान कुंडो के पवित्र स्नान का आनंद उपभोग करे।
Location: Rameswaram, Tamil Nadu 623526, India