कंबोडिया और कर्नाटक के १००० शिव लिंग मंदिर
सहस्रलिंग , अंगकोर वाट (कैबल स्पीन ) से २५ किमी पर है। स्लुंग नदी के आस पास हज़ारो शिव लिंग है। यहाँ अन्य देवी देवताओ के चित्र भी है। माना जाता है की ये सहस्र लिंग अंगकोर की रक्षा करते है। ये कलाकृतियां महाराज सूर्यवर्मन और राजा उदयआदित्य के समयकाल (११-१२ वि सदी ) में की गयी है। यह स्थल काफी सुदूर है और दोपहर ३ बजे तक बंद हो जाता है।
उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसी में १०० शिव लिंग जिन्हे सहस्र लिंग भी कहा जाता है शाल्मला नदी के तट के पास है। यहाँ तट के आस पास तथा नदी के बीच में भी अनेको शिव लिंग है। यह पता नहीं इस स्थान का निर्माण किसने किया था। शिवरात्रि तथा प्रदोष जैसे शुभ दिनों पर हज़ारो की भीड़ में भक्त यहाँ आते है। यह स्थान पूरी तरह से विकसित नहीं है इसीलिए यहाँ रहने के होटल इत्यादि सिमित है।
भ्रमण का सबसे अच्छा समय – ज्वर के समय शिव लिंग पूरी तरह से डूब जाते है इसिलए गर्मी की ऋतू में जब पानी का ज्वर काम हो तब यहाँ जाना अनुकूल है।
Location: Karnataka, India