वरह और नरसिंह का जुड़ा हुआ स्वरुप – सिंहाचलम
सिंहाचलम – वरह और नरसिंह एक साथ
मुख्य देवता – वरह लक्ष्मी नरसिंह : ये वरह और नरसिंह का जुड़ा हुआ स्वरुप है।
स्थान – विशाखापत्तनम से १६ किलोमीटर , आँध्रप्रदेश में एक पर्वत के ऊपर।
विशेषतायें –
इस मंदिर में देवता को चन्दन के लेप से धक दिया जाता है और यह लेप केवल वर्ष में एक बार वैशाख महीने के शुक्लपक्ष के दिन निकला जाता है। इस दिन को चन्दनोत्सव के रूप में धूम धाम से मनाते है। यह मंदिर पूर्व ई जगह पश्चिन मुखी है।
कप्पस्तम्भं – इसका अर्थ है चढ़ावा स्तम्भ। यह मंदिर के बीच स्थित है। भक्त यहाँ अपनी इच्छा पूर्ण करने हेतु इस स्तम्भ का आलिंगन करते है। संतान प्राप्ति के लिए भी लोग इस स्तम्भ की पूजा करते है।
इतिहास – यह मंदिर ११ वि सदी में निर्मित हुआ है और चोला राज्य के राजा कुलोथुंगा , कृष्णा देव राय और अनेको राजाओ से सम्बन्थिक शिलालेख इस मंदिर में उपलब्ध है। इस मंदिर की वास्तुशैली कोणार्क के मंदिर जैसी ही है। पत्थर का रथ जिसमे घोड़े जुते हुए है , १६ स्तम्भो से बना कक्ष जिसमे इनको प्रतिमायें बानी हुई है , ९६ स्तम्भो का कल्याण मंडप इत्यादि इस मंदिर की अनुपम सुंदरता का वर्णन करते है।
दर्शन की कालावधि :
सुबह 0७ :00 से ११ :३ 0
दोपहर १२ :३0 से ३ :00
शाम 0४ :00 से ७ :३0
मंदिर दौरे का सबसे अच्छा समय :
चन्दन यात्रा /चन्दनोत्सव (मई महीने में )
श्री नरसिंह जयंती (मई महीने में )
गिरी प्रदक्षिणाम (सिंहाचलम पर्वत की प्रदक्षिणा – ३२ किलोमीटर ) जून महीने में पूर्णिमा के दिन
दिशा निर्देश :
यह मंदिर सिंहाचलम नामक पर्वत के ऊपर स्थित है। विशाखापत्तनम , आंध्र प्रदेश के सिंहाचलम पुलिस स्टेशन के पास यह स्थान है। विशाखापत्तनम के किसी भी कोने से सिंहाचलम पोहोच सकते है। वाल्टेयर रेल स्थानक से 6A नंबर की बस या भाड़े पर ली गयी गाड़ियों से सिंहाचलम पोहोच सकते है।
यात्रा/दौरे से सम्बंधित जानकारी के लिए संपर्क करे :
0891-2533299, 49-34-13, अक्कय्यपालेम , मेन रोड ,अक्कय्यपालेम
0891-2751888, दुकान नंबर ७ कृष्णा काम्प्लेक्स , तुलसीपेट , रामा टॉकीज जंक्शन
यात्रिओ के रहने के स्थान का संपर्क क्रमांक :0891-2550786, 0891-2598555
Location: Complex Road, Simhachalam, Sri Sai Nagar, Simhachalam, Visakhapatnam, Andhra Pradesh 530028, India