मिनाक्षी मंदिर – ह्यूस्टन टेक्सस
मिनाक्षी मंदिर – ह्यूस्टन टेक्सस
अमेरिका के टेक्सस राज्य में स्थित ह्यूस्टन शहर में भी मिनाक्षी देवी की उपस्थिति है। यह मंदिर शक्ति पूजा के भारत से बाहर प्रचार होने का शायद पहला उदहारण है। मिनाक्षी का मतलब है “मछली जैसी आँखे”(मीन = मछली) । पर इसका आध्यात्मिक उपदेश कुछ और ही है। यह मानते है सिर्फ माँ मछली की एक नज़र से ही छोटी मछलियाँ अंडे से निकल सकती है। इसी तरह देवी माँ के भक्तो की ओर देखने से ही भक्तो के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए काफी है। शक्ति परंपरा में इन्हे राजा मथांगी भी कहा जाता है जो विद्या, संगीत और भाषा की देवी है।
इस मंदिर में देवी माँ की मूर्ती ४ फुट ऊंचाई की है और ग्रेनाइट (एक प्रकार का स्फटिक पत्थर) से बनाई गयी है। देव सुन्दरीश्वर (शिव अपने सुन्दर अवतार में) और ६ फुट ऊँची देव श्रीनिवास की भी मूर्तियां है। इसके अलावा कई हिन्दू देवी देवताओ की मूर्तिया इस स्थान पर उपस्थित है।
इस मंदिर का कार्य अक्टूबर १९७७ में पद्मश्री गणपति स्तपथि , भारत के एक वरिष्ठ मंदिर वास्तुकार को यहाँ बुलाकर किया गया था। मंदिर की शैली “अगामा” – मंदिर निर्माण के लिए देवी नियम के अनुसार किया गया है। इस मंदिर के राज गोपुरम का निर्माण इसके बाद किया गया ताकि अमेरिका में पहली बार किसी मंदिर में प्रहार बने जिससे देवी देवताओ की यात्रा कराइ जा सके। १९८२ में महा कुम्भाभिषेकम किया गया और दूसरा अष्ट बंधन कुम्भाभिषेकम १९९४ में और तीसरा २००६ में किया गया।
इस मंदिर में दैवी नियम पाले जाते है। मिनाक्षी तिरुकल्याणम एक बड़ा समारोह है और “कवचम् ” दिवस एक वार्षिक समारोह है जिसमे देवी देवताओ को बहार यात्रा के लिए ले जाते है। एक चंडी का रथ इस यात्रा के लिए नियुक्त है।
अब इस मंदिर में कल्याणम कक्ष, युवा केंद्र , पंडित जी के क्वार्टर्स, मयूर आश्रय और विभिन्न अन्य सुविधाए उपलब्ध है और यह ३० एकर धरती पर है। मंदिर युवा पीढ़ी के लिए पारम्परिक धरोहर कक्षाएं, संगीत समारोहों , स्वास्थ्य शिविरों आदि का आयोजन करता है।