पुस्तक विवरण – क्रेस्ट ज्वेल ऑफ़ योगिस (Crest Jewel of Yogis) और योग तारावली
पुस्तक – क्रेस्ट ज्वेल ऑफ़ योगिस (Crest Jewel of Yogis) और योग तारावली
१) क्रेस्ट ज्वेल ऑफ़ योगिस (Crest Jewel of Yogis) जिसका अर्थ है योगियों के शिखर का गहना, के लेखक है श्री र. म. उमेश, जो श्रृंगेरी आचर्य जगद्गुरु ह.ह. श्री श्री अभिनव विद्या तीर्थ महास्वामिगल के साथ काम कर चुके है. श्री उमेश स्वयं चेन्नई में रहते है और एक योगी है। श्रृंगेरी आचार्य के साथ मिली अनुभूतियों को तथा उनकी समाधी को इन्होने अपनी पुस्तक में दर्शाया है।
इस पुस्तक के कुछ लेख नीचे दिए गए संकेत स्थल पर उपलब्ध है :
इस पुस्तक की प्रतिया अब छपी नहीं जा रही है। पर इस किताब का एक संशोधित संस्करन – Yoga, Enlightenment and perfection (योग, ज्ञान और पूर्णता) श्री विद्यातीर्थ स्थापना ने प्रकाशित की है। इस रचना में श्री उमेश और जगद्गुरु के बीच हुए संवाद जिसमे जगद गुरु अपने अनुभव, हाथ योग , मन्त्र योग, सगुन उपासना, निर्गुण उपासना तथा सविकल्प समाधी और ब्रामणत्व के बारे में बताते है। आध्यात्मिकता में रूचि रखने वालो के लिए यह पुस्तक पढ़ना अनिवार्य है। इस पुस्तक में लिखे गए शब्दों के व्यापक संदर्भ खोजने के लिए बोहोत अनुसन्धान की आवश्यकता होगी।
२) श्री आदिशंकर की योग तरावली – इस पुस्तक को इस स्तनकेत स्थल से डाउनलोड करे –
Yoga Taravali – Treatise by Sri Adi Shankara
योग तरावली के पहले श्लोक का उच्चार पॉप गायन की नायिका मैडोना के गाने “रे ऑफ़ लाइट” (उजाले की किरण) इस गाने में की गयी थी। बनारस के संस्कृत शास्त्रियों से मैडोना ने यह श्लोक सीखा |