नागालैंड के आदिवासी संस्कृति और त्यौहार (सात बहनों के राज्य 7)
ब्रिटिश उपनिवेश की स्थापना तक, नगालैंड के लोगों के अन्य क्षेत्रों के साथ बहुत कम संपर्क था । १९६३ में, नागालैंड भारतीय संविधान में शामिल होने के कारण भारत 16 वा राज्य बन गया । नगालैंड असम (पश्चिम) , बर्मा (पूर्व) , अरुणाचल प्रदेश (उत्तर ) और मणिपुर (दक्षिण) से घिरा है । नगालैंड के लोगों को सामूहिक रूप से नगा लोगों के रूप में जाना जाता है। नागालैंड जनजातियों की भूमि है । एओ , अंगामी, चांग, चखेसंग , दिमासा कछारी , कोन्याक , खियामणियूंगम , कुकी ,लोथा , लंग्सिम्ंगी , फोम , पोचुरी , रेंगमा , सुमी , संगतम , यिमचुंगेर , जेलियांग – इस राज्य के 16 मुख्य जनजातियों में से है
नागा लोग भयंकर योद्धा हैं और उनके पसंद का अस्त्र है भाला । हलाकि आजकल दुश्मनो का शिकार, उनका सर काट कर रख देना और छापे अब बंद हो गए है; वे अभी भी कुछ योद्धा परंपराओं का अभ्यास करते है । इन जनजातियों की अलग अलग भाषा हैं। वे एक ही राज्य के हैं, परन्तु उनके भोजन, परंपराओं और कपड़ों के प्रति दृष्टिकोण अलग हैं। प्रत्येक जनजाति उनके कपड़े पर विशिष्ट बनावट पहनता है। ये जनजाति उत्तर पूर्वी भारत के साथ ही बर्मा में भी है । नागा लोगों ने नागमिस नामक एक अलग भाषा का विकास किया है जो विभिन्न नगा भाषाओं और असमिया का एक मिश्रण है -। इस भाषा से लोग विभिन्न जनजातियों के बीच संवाद करने में मदद होती है। मुख्य रूप से नागालैंड भर में अंग्रेजी भाषा इस्तेमाल किया जाता है और लोगों की बहुमत ईसाई धर्म हैं। सभी जनजातियों में अपने स्वयं के त्योहारों और अनुष्ठानों की परंपरा है। कृषि उनके काम और अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा है। इसलिए त्योहारों का समारोह भी फसल और कृषि से सम्बंधित है। नीचे सूचीबद्ध किये गए नागालैंड के प्रमुख त्योहारों में से कुछ हैं –
जनजाति | त्यौहार | महीना | विशेषताए |
एओ | मोआत्सु | मई | बुवाई के बाद मनाया किया जाता है जब खेतों के समाशोधन और सफाई पूरी हो गयी हो । |
अंगामी | सेकरेन्यी | फ़रवरी | १० दिन का बुवाई त्यौहार जिसमे घर की औरत चावल का पानी घर के ३ मुख्य स्थानो पर रखती है। |
चांग | नकनयुलेम | जुलाई | देवता से रौशनी के लिए धन्यवाद कहना |
चखेसंग | सुक्रुनिये | जनवरी | १९ दिन का चूल्हे तथा बर्तनो की पूजा करने का त्यौहार जिसमे पुरुष महिलाओ द्वारा लए पानी को हाथ नहीं लगाते। |
दिमासा कछारी | बुशु | जनवरी | बरई – सीब्राई को पहला चावल चढ़ाना |
खियामणियूंगम | त्सोकुम | अक्टूबर | १ सप्ताह का बुवाई त्यौहार |
कुकी | मिंकूट | जनवरी | मक्का की फसल के बाद, थोड़ी फसल दिवंगत आत्माओं को चढ़ाते हैं |
कोन्याक | अोलंग मोन्यू | अप्रैल | ९ दिन का नया साल और वसंत उत्सव |
लंग्सिम्ंगी | चेगगाड़ी | अक्टूबर | पहली अमावस के बाद औरते बर्तन या अग्नि हो नहीं छूती |
लोथा | तोखु एमोंग | नवंबर | ९ दिन का त्यौहार अच्छी फसल के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करना |
फोम | मोन्यू | अप्रैल | १२ दिन का त्यौहार शीतकाल शेष होने की ख़ुशी में |
पोचुरी | एमशे | अक्टूबर | अक्टूबर के पहले सप्ताह के लिए सितंबर के अंतिम सप्ताह से शुरू होने वाले विशाल फसल का समारोह |
रेंगमा | नगाड़ा | नवंबर | 8 दिन त्योहार कृषि मौसम के अंत का प्रतीक |
सुमि | तुलुनी | जुलाई | सांप्रदायिक सद्भाव और भरपूर फसलों के लिए एक मध्य वर्षीय त्योहार |
संगतम | मोग्मोंग | सितम्बर | भोजन और शराब मृत लोगों के पापों से बचने के लिए रात के बीच में चढ़ाये जाते हैं। |
यिमचुंगेर | मेटमन्यू | अगस्त | ५ दिन का त्यौहार बाजरे की फसल होने के बाद |
जेलियांग | हेलेिबंबे | मार्च | बोने और बुवाई का त्योहार । अन्य त्योहारों से अलग इस त्यौहार के दौरान मनोरंजन और खेल की अनुमति नहीं है। |
Location: Nagaland, India