देवी मूंगिलणै कामाक्षी मंदिर – देवदानपट्टी
देवी मूंगिलणै कामाक्षी मंदिर – देवदानपट्टी
यह मंदिर हरे-भरे धान के खेतों के बीच में स्थित है. यह स्थान बतलागुंडु, तमिल नाडु के पास है। सबसे अनूठी बात यह है की यहाँ केवल मुझय कक्ष के दरवाज़े के पास ही पूजा होती है। मंदिर के द्वार कभी नहीं खुलते। कामाक्षी देवी सकती का प्रतीक है और यह माना जाता है की वे यहाँ ध्यान मग्न है। इस मंदिर में रखा हुआ घी कभी नहीं पिघलता न ही उसपर चीटियाँ या अन्य कीड़े आते है।
महाशक्ति मरिअम्मन नामा एक चित्रपट में इस मंदिर के इतिहास को दर्शाया गया था। कहा जाता है की श्री सदाशिव ब्रह्मेन्द्र ने इस मंदिर के निर्माण में सहयोग दिया। कई लोग यह भी मानते है की श्री कुज़हानदािानंदा स्वामिगल ने इस मंदिर का निर्माण करवाया। देवी यहाँ बाला त्रिपुरसुंदरी के नाम से भी जानी जाती है. यहाँ वे बच्ची के रूप में देखि जाती है और भक्त खिलौने इत्यादि अर्पण करते है। अधिक जानकारी के लिए यह लेख देखे :- Moola Mantra Bala Tripura Sundari Stotra
इस मंदिर के निकट ही एक और मंदिर के अवशेष मिले है जिनका चित्र नीचे दिया गया है। इस मंदिर के पहचान के लिए ऐतिहासिक जांच की आवश्यकता होगी।