उन्दवल्ली गुफा मंदिर , गुंटूर, आंध्र प्रदेश
उन्दवल्ली गुफा मंदिर , गुंटूर, आंध्र प्रदेश
उन्दवल्ली गुफाओ के मंदिर , चौथी शताब्दी में बनाया गया है, जो बहुत बढ़िया अखंड वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है। यह माना जाता है की यह मंदिर प्राचीन हिंदू वास्तुकार विश्वकर्मा ( महाभारत भारत के महान महाकाव्य ‘के अनुसार पहले वास्तुकार ) , की वास्तुकला प्रदर्शन के हिसाब से की गयी है। यह गुफाएं तदेपल्लि , जो की गुंटूर में स्थित एक गाव में है। एक ४ स्तरीय गुफा में श्री विष्णु की २५ फुट लम्बी अखंड मूर्ती के दर्शन होते है। श्री विष्णु यह अपने विश्राम या मनोरंजन की मुद्रा में है।
गुफाओ का इतिहास एवं वास्तुशैली
यह गुफाएं जैन, बौद्धिक और हिन्दू संस्कृतिओ को दर्शाता है। यह ४ स्तरीय गुफा दूर से ,एक किले के रूप में दिखाई देती है।
जैसे ही हम गुफा के समीप पोहोचते है , इस मंदिर के अपूर्व वास्तुकला का अनुभव होता है। इस स्थान पर और भी स्तरीय गुफाए है जहा जैन कलाकृत्यं है जो उदयगिरि या खण्डगिरि से समानता रखते है। तीर्थंकर की मूर्ती , बौद्धिक मूर्तिया तथा हिन्दू देवताओ की मूर्तिया जैसे ब्रह्म. विष्णु और शिव। बौद्धिक कलाकृतिया यह बताती है की इस मंदिर से बौद्ध धर्म के लोग भी सम्बंधित है और इस स्थान का पुनर निर्माण ४-८ वि शताब्दी में हुआ
दिशा निर्देश
यह मंदिर आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्र में स्थित है। यह स्थान रेलवे के मार्ग पर सभी शहरो से जुड़ा है। निकटतम रेलवे स्थानक गुंटूर और विजयवाड़ा है। उन्दवल्ली विजयवाड़ा से ६ किलोमीटर और गुंटूर से २२ माइलोमीटर पर स्थित है। रेल के अलावा बसे भी उपलब्ध है।
कालावधि
इस मंदिर के दर्शन सुबह ९ से शाम ६ बजे तक कर सकते है। सूर्यास्त के समय यहाँ के दृश्य बोहोत सुन्दर होते है तथा निकट के हरे भरे खेत , कृष्णा नदी भी देख सकते है। मंदिर भ्रमण का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है।
निकट के स्थान : मंगलगिरी मंदिर, गुन्दला पहाड़ी, प्रकाशम् बर्रिएज
Location: Undavalli, Andhra Pradesh 522501, India